Saturday, December 11, 2010

करकरे पर दिग्गी की किरकिरी

कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने एक बार फिर वोट बैंक की राजनीति के लिए सारी सीमाय़ें तोड़ दी हैं॥बाटला हाउस एनकाउंटर पर सवाल उठाने के बाद अब उन्होंने मुम्बई हमले में शहीद हुए एटीएस चीफ हेमंत करकरे की मौत की दिशा को किसी और तरफ मोड़ने की कोशिश की है...उन्होंने कहा है कि....मुम्बई हमले से तीन से चार घंटे पहले करकरे ने उनसे अपनी जान पर मालेगांव के आऱोपियों के समर्थकों द्वारा खतरा बताया था....हालांकि, दिग्विजय के इस बयान से खुद उनकी पार्टी ने पल्ला तो झाड़ ही लिया है....जिसे घोटालों के महाजाल से निकालने की कोशिश में मीडिया और विपक्ष का ध्यान भटकाने की कोशिश में उन्होंने ये बयान दिया है...वहीं, विपक्ष ने कांग्रेस के इस लाड़ले और विवादास्पद महासचिव औऱ मुल्ला मुलायम की राह पर चल रहे दिग्गी राजा को जमकर लताड़ लगाई है,,,जहां भाजपा महासचिव रविशंकर प्रसाद ने उनसे अपील की है कि....घटिया राजनीति के लिए देश की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ न करें वहीं, पार्टी उपाध्यक्ष मुख्तार अब्बास नक़वी ने उनके बयान को ठीक वैसा करार दिया है जैसे पाकिस्तान में आतंकवादियों के प्रवक्ता दिया करते हैं....मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और यूपी में कांग्रेस की वापसी के लिए कमान संभाले दिग्विजय को हेमंत करकरे की पत्नी कविता करकरे ने भी लताड़ लगाई है,,,उन्होंने कहा है कि...देश की सुरक्षा के लिए जान देने वाले हेमंत की जान पर राजनीति नहीं होनी चाहिए....भाजपा नेता विनय कटियार ने तो दिग्गी राजा का मानसिक संतुलन खराब हो जाने की संभावना जताई है...दिग्गी राजा॥राजनीति के लिए इतना नीचे तो ना गिरो...कि, जब उठने की भी कोशिश करो तो जनता तुम्हें उठने ही न दें...धन्यवाद..

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