Friday, May 9, 2008

राज ठाकरे की राजनीती

मैं पूरे बिहार के लोगों जो की महाराष्ट्र की घटनाओ से अपने आप को अपमानित महसूस कर रहे हैं से अपील करना चाहूँगा की अप एक क्षुद्र राजनीती की नई पौध राज ठाकरे जैसे लोगो के बहकावे में न आयें और अपने आप को सयंमित व्यवहार करने के लिए प्रेरित करें! ये राज ठाकरे की राजनीती का एक नंगा नाच है जिसके सहारे वो अपने आप को मराठियों के बीच स्थापित करने के लिए कर रहे हैं, उन्हें जानना चाहिए की आज जिस मुम्बई को शंघाई बनने की बात हो रही है, उसके निर्माण मी बिहारियोंका उतना ही योगदान है जितना की मराठियों का.कुछ समय पहले भी कोल्कता में ऐसी ही एंटी बिहार आंधी उडी थी jisame बिहारियों के बदले बंगाली ही उड़ गए और अज जब पूरा देश विकाश की तरफ़ अग्रसर है तब बंगाल में प्रति व्यक्ति १७००० का कर्ज है। अज जबकि विदार्भा और नंदीग्राम मी भूख से मरने वाले भारत की इज्ज़त को मिटटी में मिला रहे हैं, जबकि अज के बिहार मी ऐसा कुछ sunane तक को नही मिलता। जिस बिहार को Laalu जी ने २० saalo तक loota- khasota आज वही बिहार विकाश की नई bulandiyan chhune को betab है एक engineer mukhya mantri NItish kumar के netratwa में । इसलिए हम अपना विकाश करने की सोचे न की इन bakwaso मी अपना सर khapane की। जब hathi chalti है, to कुत्ते to bhaunkten ही हैं। हमारी आस्था का prateek Chhath पूजा जिसे ये राजनीती के खिलाड़ी अपने हितों को sadhne के लिए जम के प्रयोग कर रहें हैं,अज कोई lalu जी से puuchhe की २० sslo मी अपने बिहार मी ऐसा क्या किया जिससे की bihari bahar न जायें और अपमानित होने से bachen हाँ १ काम जरूर किया है, हमारी sone की khan jharkhand को हमसे जरूर अलग कर दिया है। जिससे की हम vijkashit होने के लिए ta-umra doosron का मुँह johten रहें। धन्यwad lalu जी। आप रेलवे को ही sambhaliye, bihari अपना samman bachana jante हैं और मुँह todna भी.